Stock Exchange Kya Hai – अगर आप सोच रहे हैं कि किसी भी व्यक्ति को शेयर खरीदना हो तो वह सीधा ही शेयर बाजार में जा कर शेयर खरीद सकता है. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है शेयर खरीदने के लिए हमें Stock Exchange प्लेटफार्म की जरूरत होती है, जिसके आधार पर हम अब शेयर खरीद सकते हैं या फिर बेच सकते हैं.
स्टॉक एक्सचेंज यानी कि शेयर को एक्सचेंज करना तो दोस्तों अगर आप स्टॉक एक्सचेंज के बारे में जानना चाहते हैं तो हम आपको इस लेख में स्टॉक एक्सचेंज की पूरी जानकारी देंगे.
इस आर्टिकल के अंदर हम जानेंगे कि स्टॉक एक्सचेंज क्या है और स्टॉक एक्सचेंज किस प्रकार से काम करता है. इसके साथ ही इस आर्टिकल के अंदर हम स्टॉक एक्सचेंज से रिलेटेड सभी महत्वपूर्ण जानकारी को कवर करेंगे ताकि आपको इससे रिलेटेड कोई भी सवाल ना हो, तो अगर आप स्टॉक एक्सचेंज की जानकारी लेना चाहते हैं तो आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आपको स्टॉक एक्सचेंज की पूरी जानकारी मिल सके.
तो चलिए दोस्तों बढ़ते हैं आज के इस आर्टिकल की तरफ आपका ज्यादा समय नए लेते हुए.
स्टॉक एक्सचेंज क्या है?
दोस्तों एक्सचेंज वर्ड का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में एक छवि बनती है कि एक्सचेंज का मतलब होता है किसी चीज को बदलना इसी प्रकार से हम इसे शेयर मार्केट के अंदर समझें तो एक्सचेंज का मतलब होता है शेयर को खरीदना और बेचना.
स्टॉक एक्सचेंज को आसान भाषा में समझने के लिए हम एक उदाहरण के जरिए इसे समझते हैं, जैसे कि हम बाजार के अंदर कोई भी सामान लेने के लिए जाते हैं तो बाजार के अंदर अलग-अलग कैटेगरी की हमें दुकानें देखने को मिलती है. और हर एक कैटेगरी के हमें बहुत सारी दुकानें देखने को मिल सकती है जहां से हम सामान को खरीद सकते हैं या फिर हमारे पुराने सामान को बेच सकते हैं, उसी प्रकार से शेयर को खरीदने और बेचने के लिए जिस प्लेटफार्म का हम यूज करते हैं उसे ही स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है.
स्टॉक एक्सचेंज की परिभाषा
शेयर मार्केट में स्टॉक एक्सचेंज ऐसे स्थान को कहा जाता है जहाँ से निवेशक शेयरों को खरीदते तथा बेचते हैं. जैसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, नेशन स्टॉक एक्सचेंज.
स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है?
जब भी कोई कंपनी अपने शेयर को शेयर मार्केट में बेचना चाहती है तो उसके लिए सबसे पहले उस कंपनी को SEBI के नियमों के अंतर्गत स्टॉक एक्सचेंज में अपने आप को लिस्टेड कराना पड़ता है उसके बाद ही वह अपने शेयर को लोगों में सार्वजनिक कर सकती है.
जब कोई कंपनी अपने आप को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड करवा लेती है तो उसके बाद वह अपने शेयर को शेयर बाजार में लाती है. उसके बाद जब कोई निवेशक शेयर खरीदने के लिए आर्डर लगाता है तो कोई ब्रोकर जो कि स्टॉक एक्सचेंज का ही एक सदस्य होता है वह शेयर को मैच करता है और मैच करने के बाद आर्डर को कंप्लीट करता है कुछ इस प्रकार से स्टॉक एक्सचेंज काम करता है.
स्टॉक एक्सचेंज के कार्य
चलिए अब हम स्टॉक एक्सचेंज के कुछ मुख्य कार्य पर चर्चा कर लेते हैं कि स्टॉक एक्सचेंज के कौन-कौन से मुख्य कार्य होते हैं.
- स्टॉक एक्सचेंज निवेशकों को शेयर खरीदने और बेचने के लिए अनुमति देता है.
- स्टॉक एक्सचेंज के अंदर कोई भी व्यक्ति बड़ी ही आसानी से शेयर मार्केट में निवेश कर सकता है.
- स्टॉक एक्सचेंज के अंदर समय की कोई भी लिमिट नहीं होती कि इस टाइम से किस टाइम तक हम स्टॉक एक्सचेंज के अंदर शेयर का लेनदेन कर सकते हैं इसमें हमारा जब मन करे तब हम अपने शेयर का लेनदेन कर सकते हैं.
- स्टॉक एक्सचेंज में शेयर का एक उचित मूल्य निर्धारित किया होता है उसके आधार पर ही हम शेयर को खरीद सकते हैं या बेच सकते हैं.
स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करने के कौन से तरीके हैं?
स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करने की दो तरीके हैं, इन दो तरीकों से आप भारत में स्टॉक एक्सचेंज में निवेश कर सकते हैं –
1. प्राइमरी मार्केट
प्राइमरी मार्केट में नए शेयर और बांड जारी किए जाते हैं इसलिए इसे प्राइमरी मार्केट कहा जाता है. प्राइमरी मार्केट में कंपनी निवेश करने वाले व्यक्तियों को शेयर देती है जिसके बदले कंपनी को पैसे मिलते हैं और निवेश करने वाले व्यक्तियों को कंपनी में हिस्सा, प्राइमरी मार्केट में निवेश करने वाले व्यक्ति और कंपनी के बीच में सीधा लेन-देन होता है.
2. सेकिंडरी मार्केट
प्राइमरी मार्केट में निवेश करने वाले व्यक्ति शेयर को सिर्फ खरीद सकते हैं उसके अंदर बेच नहीं सकते शेयर को बेचने के लिए उन्हें सेकेंडरी मार्केट में बेचना होगा, स्टॉक एक्सचेंज को सेकेंडरी मार्केट के नाम से भी जाना जाता है. सेकेंडरी मार्केट में अगर हम ट्रांजैक्शन करते हैं तो उसके अंदर कोई भी कंपनी शामिल नहीं होती है, सेकेंडरी मार्केट के अंदर पहले जारी किए गए शेयर को खरीदा और बेचा जाता है.
भारत के दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज
वर्तमान समय में भारत में 21 स्टॉक एक्सचेंज हैं, जिसमें से दो राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज हैं तथा 21 क्षेत्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज हैं. यहाँ हम आपको भारत के दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के बारे में जानकारी देंगें, जिनमें से पहला बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज है और दूसरा है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज.
1. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)
यह एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है. यह पूरी दुनिया का दसवां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज में से एक है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 1875 में मुंबई शहर के दलाली स्ट्रीट में स्थापित किया गया था, मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के अंदर हमें 6000 से ज्यादा लिस्टेड कंपनियां देखने को मिलती है.
जब पहली बार शेयर का लेन देन कंप्यूटर के जरिए हुआ था तब BSE ने कंप्यूटराइज होने से मना कर दिया था, लेकिन जब BSE को एहसास होने लगा कि आने वाला समय कंप्यूटर का ही है तो BSE ने कंप्यूटर के जरिए लेनदेन शुरू कर दिया. BSE का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स है.
2. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1992 में मुंबई में हुई और इसके अंदर पूरी तरह से शेयर को खरीदना और बेचना कंप्यूटरइज तरीके से हुआ, पहले के समय में जब शेयर को खरीदा जाता था तो लोगों को बहुत टाइम लगता था लेकिन जब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना हुई तो उसके बाद कुछ ही मिनटों के अंदर हम शेयर को खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंदर nifty50 आता है जिसके अंदर हमें पता चलता है कि बाजार में शेयर किस प्रकार का चल रहा है, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंदर शेयर की खरीदारी और बेचने की वॉल्यूम ज्यादा होती है.
स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड होने से फायदे
आर्टिकल को यहाँ तक पढने के बाद आप समझ गए होंगें कि Stock Exchange Kya Hai, चलिए अब जान लेते हैं कि किसी कंपनी को स्टॉक एक्सचेंज में list होने से क्या फायदा मिलता है.
- अगर किसी कंपनी को मार्केट में अपनी वैल्यू बनानी है तो इसके लिए उसे किसी ऐसे स्टॉक एक्सचेंज के अंदर लिस्टेड होना पड़ेगा जो कि एक अच्छा स्टॉक एक्सचेंज होता है.
- जब कोई कंपनी किसी अच्छे स्टॉक एक्सचेंज के अंदर लिस्टेड हो जाती है तो उसे जल्दी से ऋण प्राप्त हो जाता है.
- किसी अच्छे स्टॉक एक्सचेंज के अंदर लिस्टेड होने पर कंपनी की वैल्यू अच्छी बन जाती है जिस कारण से की कंपनी मार्केट में एक अच्छा प्रॉफिट प्राप्त कर सकती है.
FAQ: Stock Exchange Kya Hai
Q – भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज कौन सा है?
National Stock Exchange (NSE) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है. इसकी स्थापना 1992 में हुई थी.
Q – भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज कौन सा है?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, इसकी स्थापना 1875 में मुंबई के दलाल स्ट्रीट में हुई थी.
Q – वर्तमान समय में भारत में कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं?
भारत में 23 स्टॉक एक्सचेंज हैं, उनमें से दो राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई). शेष 21 क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंज (आरएसई) हैं.
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निष्कर्ष,
आज के इस आर्टिकल में हमने जाना कि Stock Exchange Kya Hai और स्टॉक एक्सचेंज किस प्रकार से काम करता है. हमने इस आर्टिकल में आपको स्टॉक एक्सचेंज के बारे में ए टू जेड जानकारी प्रदान की है अगर आपको आज का यह आर्टिकल अच्छा लगा है तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें.
अगर आपको इस आर्टिकल में किसी भी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपका जल्दी से जल्दी रिप्लाई करने की कोशिश करेंगे और आपके सवाल का जवाब देंगे.