शेयर क्या होता है और शेयर के प्रकार (Share Kya Hai)

शेयर क्या है (Share Kya Hai) – आज के समय में छोटे बच्चे से लेकर बड़े व्यक्ति सबको शेयर मार्केट के बारे में पता है, लेकिन शेयर मार्केट के अंदर उसकी सबसे छोटी इकाई शेयर होती है.

आपने शेयर के बारे में सुना जरूर होगा लेकिन शायद ही आपको यह पता होगा कि “शेयर क्या है” क्योंकि शेयर मार्केट की छोटी मोटी जानकारी आजकल हमें न्यूज़पेपर और हमारे आसपास के लोगों द्वारा ही सुनने को मिल जाती है, लेकिन शेयर क्या होता है ऐसी जानकारी हमें कहीं पर भी न्यूज़पेपर में या फिर हमारे आसपास के लोगों द्वारा सुनने को नहीं मिलती.

तो आज के आर्टिकल में है इसी विषय पर चर्चा करेंगे कि शेयर क्या होता हैंशेयर के कितने प्रकार होते हैं इस प्रकार के प्वाइंटों पर हम इस आर्टिकल में पूरी डिटेल से चर्चा करेंगे. शेयर से रिलेटेड आपको हर एक जानकारी इस आर्टिकल में देने की कोशिश करेंगे ताकि आपको शेयर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके, तो चलिए दोस्तों स्टार्ट करते हैं आज के आर्टिकल को आपका ज्यादा समय न लेते हुए.

शेयर क्या है (What is Share in Hindi)? 

शेयर का मतलब होता है हिस्सा यानी कि जब कोई भी कंपनी मार्केट में नई आती है और उसे अपनी ग्रोथ करने के लिए पैसों की जरूरत होती है तो वह पैसों की पूर्ति करने के लिए अपनी कंपनी के छोटे-छोटे हिस्से करके शेयर मार्केट में उन हिस्सों को बेचती है, और हमारे जैसे लोग उन हिस्सों को खरीदते हैं जिससे कि उस कंपनी में पैसे इक्कठे होते हैं, तो जिस कंपनी के हिस्सों को हम खरीदते हैं उन हिस्सों को ही शेयर मार्केट में शेयर के रूप से जाना जाता है.

शेयर खरीद कर हम कई बार अच्छा मुनाफा भी कमा जाते हैं लेकिन कई बार हम किसी ऐसी कंपनी के शेयर खरीद लेते हैं जिससे कि हमें नुकसान भी हो सकता है, यानी कि जब हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो एक प्रकार से हम उस कंपनी के एक हिस्सेदार बन जाते हैं.

शेयर होल्डर किसे कहते हैं?

शेयर होल्डर नाम सुनकर ही आपको पता लग रहा होगा कि शेयर होल्डर का मतलब क्या होता है, शेयर होल्डर का मतलब होता है कि जब भी हम सी कंपनी के शेयर खरीद कर अपने पास रखते हैं यानी होल्ड करके रखते हैं तो हम उस कंपनी के शेयर होल्डर कहलाते हैं, यानी कि अगर हम किसी कंपनी के शेयर खरीद लेते हैं और खरीद कर उन सभी शेयर को अपने पास रखते हैं तो हम उस कंपनी के शेयर होल्डर बन जाते हैं.

कंपनी आपने शेयर क्यों बेचती हैं?

आपने ज्यादातर देखा होगा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां भी अपने शेयर को शेयर मार्केट में बेचती है और फिर आपके दिमाग में यह सवाल आता है कि कंपनी अपने शेयर आखिर क्यों बेचती है, दोस्तों बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने शेयर बेचने का मुख्य कारण होता है कि वह अपने बिजनेस को आगे फैलाने की सोचते हैं और छोटे-छोटे शेयर से वह इतने पैसे कमा लेते हैं कि आगे अपनी कंपनी को और बड़ा कर सके.

और कई कंपनियां ऐसी होती है जो सबसे पहले मार्केट में आने के बाद अपने शेयर को शेयर मार्केट में लांच कर देती है और उन कंपनियों का भी मुख्य कारण यही होता है कि वह अपने बिजनेस को और फैलाना चाहती है और फैलाने के लिए उन्हें जिस पैसे की जरूरत होती है वह उन पैसों को अपनी कंपनी के शेयर को बेच कर लाती है.

शेयर कितने प्रकार के होते हैं?

शेयर मार्केट में शेयर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं तो चलिए विस्तार में चर्चा करते हैं कि यह तीन प्रकार कौन-कौन से हैं.

1. Equity Share (इक्विटी शेयर)

आप जब भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो आपको वहां पर इक्विटी शेयर ज्यादा देखने को मिलेंगे क्योंकि कंपनियां इक्विटी शेयर को ज्यादा जारी करती है क्योंकि इक्विटी शेयर को जारी करने का यह कारण है कि अगर कभी कंपनी का दिवालिया घोषित किया जाए तो हम इसे शेयर के आधार पर कंपनी को क्लेम नहीं कर सकते इक्विटी शेयर का मतलब होता है साधारण शेयर जिससे कि हम एक साधारण हिस्सेदार बन कर रह जाते हैं.

2. Preference Share (परेफरेंस शेयर) 

जब भी किसी कंपनी में लाभ होता है तो पहले प्रेफरेंस शेयर वाले शेयर होल्डर को लाभ दिया जाएगा जैसा कि आपको नाम देखकर ही पता लग रहा है प्रेफरेंस का मतलब होता है प्राथमिकता देना यानी कि इक्विटी शेयर धारकों से पहले प्रेफरेंस शेयर धारकों को प्राथमिकता दी जाएगी जिससे कि अगर कंपनी को कभी लाभ होता है तो प्रेफरेंस शेयर होल्डर को पहले लाभ दिया जाएगा.

अगर कभी आने वाले समय में कोई कंपनी बंद होगी तो प्रेफरेंस शेयर होल्डर को सबसे पहले भुगतान किया जाएगा और इक्विटी शेयर धारक को बाद में भुगतान किया जाता है.

3. DVR Share

DVR शेयर का मतलब होता है की Differential Voting Rights और DVR शेयर की कीमत है इक्विटी शेयर की कीमत से कम होती है और डीवीआर शेयर होल्डर के पास इक्विटी शेयर होल्डर से कम वोटिंग का अधिकार होता है.

शेयर में निवेश कैसे करें?

अगर आप शेयर मार्केट में शेयर पर निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बहुत प्लेटफार्म देखने को मिल जाते हैं, लेकिन आज की इस पॉइंट के अंदर हम जानेंगे कुछ ऐसी एप्लीकेशन जिनके अंदर आप शेयर पर निवेश कर सकते हैं, इन एप्लीकेशनओं के अंदर आप शेयर खरीद सकते हैं और शेयर बेच सकते हैं, और यह एप्लीकेशन जानी-मानी एप्लीकेशन हैं जिनका नाम आपने जरूर सुना होगा.

इन एप्लीकेशनओं को बताने का मुख्य कारण है कि इन को प्ले स्टोर पर सबसे ज्यादा लोगों द्वारा डाउनलोड किया गया है, और यह प्ले स्टोर द्वारा वेरीफाई की गई है कि यह सुरक्षित है या नहीं, और लोगों द्वारा इन एप्लीकेशन को अच्छा रिव्यु दिया गया है और इनकी प्ले स्टोर पर रेटिंग भी बहुत अच्छी है, इस कारण से इन एप्लीकेशन को हम आपको सजेस्ट कर रहे हैं, और अगर आप अपनी मर्जी से किसी एप्लीकेशन में शेयर पर निवेश करना चाहते हैं तो कर सकते हैं.

  • Groww
  • Angel one
  • Upstox 

अगर आप इनमें से किसी भी एप्लीकेशन को डाउनलोड करना चाहते हैं तो यह एप्लीकेशन आपको प्ले स्टोर पर बड़ी ही आसानी के साथ मिल जाएगी, इन्हे डाउनलोड करने के लिए आपको अपना प्ले स्टोर ओपन करना है और सर्च बार में जाकर एप्लीकेशन का नाम लिखकर सर्च कर देना है और डाउनलोड कर लेना है.

शेयर खरीदने से फायदे? 

अगर आप शेयर पर निवेश करते हैं और शेयर को खरीदते हैं तो इससे आपको क्या फायदा होता है चलिए जानते हैं –

  • शेयर खरीदने का सबसे मुख्य फायदा होता है  कि जब भी किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं और उस कंपनी को आने वाले समय में फायदा हो जाता है तो इस कारण से हमें भी फायदा देखने को मिलता है जिस कंपनी के हमने शेयर खरीदे थे.
  • कंपनी के द्वारा आपको बोनस शेयर भी दिए जाते हैं.
  • अगर आपने किसी अच्छी कंपनी के शेयर खरीद रखे हैं और अचानक से उस कंपनी के शेयर का प्राइस ज्यादा हो जाता है तो इस समय पर आप अपने शेयर बेच कर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं.

शेयर खरीदने से नुकसान?

हर एक चीज के दो पहलू हमें देखने को मिलते हैं एक अच्छा और दूसरा बुरा तो इसी प्रकार से शेयर खरीदने से हमें कुछ फायदे भी होते हैं और कुछ नुकसान भी होते हैं, तो चलिए देखते हैं की शेयर खरीदने से हमें क्या नुकसान हो सकते हैं –

  • जब भी आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं और उस पर कुछ ज्यादा ही पैसे लगा देते हैं, लेकिन बहुत बार ऐसा होता कि उस कंपनी में घाटा हो जाता है, जिस कारण से उन शेयर की प्राइस घट जाती है और इससे आपको बहुत बड़ा नुकसान हो जाता है.
  • जब कोई कंपनी अपना दिवालिया घोषित कर देती है तो हम उस कंपनी पर क्लेम नहीं कर सकते और वह कंपनी हमें अपनी तरफ से कुछ नहीं देती.
  • जब कंपनी बंद होती है तो सबसे अंत में शेयर होल्डर का भुगतान किया जाता है.

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Conclusion: Share Kya Hai

आज के इस आर्टिकल में हमने देखा कि Share Kya Hai और शेयर के कितने प्रकार होते हैं, इसके साथ आज के इस आर्टिकल में हमने आपको शेयर से रिलेटेड हर एक जानकारी प्रदान करने की कोशिश की है ताकि आपको शेयर की पूरी जानकारी हासिल हो अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है तो इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और इस आर्टिकल में अगर आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपका जल्दी से जल्दी रिप्लाई करने की कोशिश करेंगे.